सीओ के जांच में सामने आया कस्तुरबा गांधी विद्यालय का सच स्थायी प्रधानाध्यापक के अभाव में बच्चों को हो रही है दिक्कत
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सीओ के जांच में सामने आया कस्तुरबा गांधी विद्यालय का सच
स्थायी प्रधानाध्यापक के अभाव में बच्चों को हो रही है दिक्कत
मनीगाछी। बिहार सरकार के मुख्य सचिव के निर्देशालोक में सीओ राजीव प्रकाश राय ने गुरुवार को राघोपुर पश्चिमी पंचायत की जांच किए। जांच में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की बदहाली सामने आई है। स्थायी प्रधानाध्यापक के अभाव में इस विद्यालय का नियंत्रण इसी परिसर में अवस्थित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक के अधीन है। जांच के दौरान बच्चों को मिलने वाले भोजन भी गुणवत्ता पूर्ण नहीं पायी गयी है। विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों ने सीओ राजीव प्रकाश राय को किताब कॉपी भी नहीं मिलने की बात बतलाई। जांच में साफ सफाई का अभाव भी परिसर में पाया गया। बच्चों ने बताया कि बिजली के गुम होने की स्थिति में प्रकाश की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं रहने के कारण पढ़ाई में कठिनाई होती है। साथ ही असुरक्षा की स्थिति बनी रहती है। विद्यालय में नामांकित 100 छात्राएं हैं, जबकि उपस्थित मात्र 27 छात्राएं पाई गई। सीओ ने बताया कि इसी परिसर में अवस्थित उच्च विद्यालय में भी विषय वार शिक्षकों की कमी के साथ ही स्थायी प्रधानाध्यापक के बिना विद्यालय का संचालन सही तरीके से नहीं हो रहा है। इसकी रिपोर्ट वरीय अधिकारियों को की जाएगी। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान उप स्वास्थ्य केन्द्र बंद पाया गया जबकि वार्ड संख्या-1, 2, 4, 5 एवं 8 में नल जल की स्थिति भी बंद पायी गई। प्रधानमंत्री आवास योजना की जांच में लाभार्थी मो. इकबाल द्वारा तीन किस्तों के उठाव के बाद भी आवास नहीं बनाने की सच्चाई सामने आई है। बताया जाता है कि मो इकबाल दो मंजिला मकान का स्वामी रहने के बाद बतौर लाभार्थी तीन किस्त पैसे का उठाव कर घर नहीं बनाया है। जांच के दौरान सीओ ने इसे गंभीरता से लेते हुए इसकी रिपोर्ट वरीय अधिकारियों को भेजने की बात बतलाई है।