कमिश्नर कुमार रवि ने खुदा बख्श ओरिएंटल पब्लिक लाइब्रेरी का किया भ्रमण, पुस्तकों-पांडुलिपियों को देखकर हुए भावुक
1 min read
कमिश्नर कुमार रवि ने खुदा बख्श ओरिएंटल पब्लिक लाइब्रेरी का किया भ्रमण, पुस्तकों-पांडुलिपियों को देखकर हुए भावुक
पटना: खुदा बख्श ओरिएंटल पब्लिक लाइब्रेरी बोर्ड के सदस्य सह पटना प्रमंडल आयुक्त कुमार रवि ने कहा है कि खुदा बख्श ओरिएंटल पब्लिक लाइब्रेरी हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की एक अद्भुत संस्था है. वे आज खुदा बख्श ओरिएंटल पब्लिक लाइब्रेरी का भ्रमण कर रहे थे. उन्होंने कहा कि यह लाइब्रेरी राष्ट्रीय महत्व का एक अनूठा संग्रहालय है. यहां आकर हमारे देश की उत्तम संस्कृति एवं विविधता में एकता का सर्वोत्तम उदाहरण मिलता है. आयुक्त रवि कुमार ने यहां प्रशासनिक एवं शैक्षणिक गतिविधियों को देखा. म्यूजियम हॉल एवं दुर्लभ पांडुलिपि कक्ष में घूमे. उपलब्ध पुस्तकों और पांडुलिपियों का अवलोकन किया.
संस्थान के निदेशक डॉ0 शाइस्ता बेदर ने आयुक्त के समक्ष तैमूरनामा, बादशाहनामा, सिरात-ए-फिरोजशाही, दिवान-ए-हाफिज, अरबी पांडुलिपियां, 19वीं शताब्दी में पटना, हिन्दु पांडुलिपियां, हिन्दी की सबसे पुरानी डिक्शनरी, प्रख्यात आगन्तुक पुस्तिका सहित विभिन्न पुस्तकों को अवलोकन हेतु रखा. निदेशक ने बताया कि 12 लाख दुर्लभ पुस्तकों एवं पांडुलिपियों की प्रतियों को डिजिटाइज किया गया है. आयुक्त पुस्तकों एवं पांडुलिपियों को देखकर भावविह्वल हो गए. उन्होंने संस्थान के निदेशक एवं कर्मियों को इन अमूल्य धरोहरों का संरक्षण करने के लिए धन्यवाद दिया.
आयुक्त रवि कुमार ने कहा कि यह लाइब्रेरी शोधार्थियों, शिक्षकों, प्राध्यापकों एवं इतिहास में रूचि रखने वाले विद्यार्थियों लिए एक सर्वोत्कृष्ट संस्था है. उन्होंने आगन्तुक पुस्तिका में लिखा कि पटना के जिलाधिकारी के तौर पर वह यहां आने के लिए काफी इच्छुक थे. परन्तु उनका यह सपना आयुक्त के तौर पर आज सच हुआ. उन्होंने कहा कि यह लाइब्रेरी ज्ञान का बहुत बड़ा भण्डार है. आनेवाली पीढ़ी के लिए इसका संवर्द्धन एवं संरक्षण करना अत्यावश्यक है. इस अवसर पर आयुक्त के साथ आयुक्त के सचिव एस एम कैसर सुल्तान, उप निदेशक आईपीआरडी लोकेश कुमार झा सहित अन्य भी उपस्थित थे.